इस लेख में हम, वस्तु विनिमय प्रणाली क्या है यह जानेंगे। वस्तु विनिमय तब उपयोगी होता है जब दो लोगों के पास कुछ ऐसा होता है जो दूसरे चाहते हैं, इसलिए वे सामान की मात्रा पर सहमत होते हैं और फिर इसे आदान-प्रदान करते हैं। यह सेवाओं के साथ भी हो सकता है, उदाहरण के लिए फलवाला दूधवाले से में एक फल ले सकता है और उसे बदले में वह एक ग्लास दूध ले सकता है।

वस्तु विनिमय प्रणाली क्या है
वस्तु विनिमय प्रणाली का अर्थ होता है, बिना किसी पैसे के वस्तु का आदान-प्रदान से हुआ व्यवहार है। आमतौर पर जिन चीजों का व्यापार किया जाता है, उनकी कीमत समान होती है, लेकिन व्यापार में किसी भी पैसे का उपयोग नहीं किया जाता है।
जब एक वस्तु या सेवा का दूसरी वस्तु या सेवा के लिए आदान-प्रदान किया जाता है, तो इसे वस्तु विनिमय कहा जाता है। जैसे एक गाय लेना और 15 बकरियां देना। इस पद्धति में विनिमय की सार्वजनिक इकाई अर्थात धन का उपयोग नहीं किया जाता है।
वस्तु विनिमय के साथ समस्या यह है कि एक व्यक्ति वह नहीं चाहता जो दूसरे व्यक्ति के पास है। उदाहरण के लिए, बॉबी को जूते चाहिए लेकिन सनी के पास दूध है। और सनी को आटा चाहिए लेकीन बॉबी के पास जूते है। अब यह समस्या तो सनी भी हल नहीं कर पाएगी। इसीलिए वस्तु विनिमय में काफी समस्याए मौजूद थी।
वस्तु विनिमय की जगह पैसा उपयोगी हो जाता है क्योंकि एक निश्चित राशि के लिए कुछ भी कारोबार किया जा सकता है। बॉबी जॉन को जूतों के लिए भुगतान कर सकता था और सनी स्टोर में जाकर कुछ आटा खरीद सकता है।
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