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रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

रुद्राक्ष (Rudraksha) एक प्रकार का बीज है और पारंपरिक रूप से हिंदू धर्म में प्रार्थना माला के रूप में प्रयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर की आंखों के जल बिंदु से हुई है। इसे धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान

रुद्राक्ष हिंदू देवता भगवान शिव से जुड़ा है और आमतौर पर भक्तों द्वारा इसे सुरक्षा कवच के रूप में या ओम नमः शिवाय मंत्र के जाप के लिए पहना जाता है। इस लेख में हम, रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान क्या है जानेंगे।

रुद्राक्ष पहनने के फायदे

1. रुद्राक्ष को बहुत पवित्र माना जाता है। इसे नहाने के बाद साफ कपड़े पहनकर पहनें। इससे आपका स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहेगा। रुद्राक्ष धारण करने से कठोर साधना करने पर प्राप्त फल के समान लाभ मिलता है।

2. रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और साथ ही वह भाग्यवान भी बनता है। रुद्राक्ष को लेकर मान्यता है कि इसे धारण करने से कई तरह की शारीरिक समस्याएं दूर हो जाती हैं।

3. वैज्ञानिक परीक्षणों में यह भी सिद्ध हो चुका है कि रुद्राक्ष धारण करने से हृदय रोगियों के लिए बहुत लाभ होता है। रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। जीवन में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

4. रुद्राक्ष धारण करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से धन की प्राप्ति होती है। वही सुख, मोक्ष और उन्नति की प्राप्ति के लिए एक मुखी रुद्राक्ष तथा ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए त्रिमुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है।

रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

1. मासिक धर्म के समय महिलाओं को रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए। रुद्राक्ष को हमेशा लाल या पीले रंग के धागे में धारण करें। रुद्राक्ष को काले धागे में धारण करना अशुभ होता है।

2. रुद्राक्ष की माला को अपने गले में नियमित दिनचर्या से धोना जरूरी है, नहीं तो इससे आपकी त्वचा में संक्रमण हो सकता है। किसी और का रुद्राक्ष और अपना रुद्राक्ष धारण करने से बचें। अन्यथा इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

3. 27 मोतियों से कम रुद्राक्ष की माला न पहनें और उसमें मोतियों की संख्या विषम होनी चाहिए। नहीं तो आपको रुद्राक्ष की माला का लाभ नहीं मिलेगा। रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को कभी भी मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

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