ओजोन परत (Ozone layer) पृथ्वी के वायुमंडल की एक परत है जिसमें ओजोन गैस की सांद्रता अपेक्षाकृत अधिक होती है।ओजोन एक गंधयुक्त गैस है जिसका रंग हल्का नीला होता है। ओजोन परत में ओजोन गैस प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। ओजोन ऑक्सीजन का एक रूप है और इसे O3 प्रतीक द्वारा दर्शाया जाता है। जब ऑक्सीजन के तीन परमाणु आपस में जुड़ते हैं, तो वे ओजोन परत का निर्माण करते हैं। इस लेख में हम ओजोन स्तर का क्या महत्व है (What is the importance of ozone level) जानेंगे।

ओजोन स्तर का क्या महत्व है
ओजोन स्तर का काफी महत्व है क्युकी पृथ्वी पर जीवन ओजोन परत के कारण ही संभव है। यह परत सूर्य की उच्च आवृत्ति वाली पराबैंगनी प्रकाश का 90-99% अवशोषित करती है, जो पृथ्वी पर जीवन के लिए हानिकारक है। पृथ्वी के वायुमंडल में 91% से अधिक ओजोन यहाँ मौजूद है। ओजोन परत की खोज 1913 में फ्रांसीसी भौतिकविदों फैब्री चार्ल्स और हेनरी बुसन ने की थी।
ओजोन एक परत है जो पृथ्वी के समताप मंडल के ऊपर, मध्य मेंटल के नीचे दोनों के बीच स्थित होती है। यह सूर्य से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से हमारी रक्षा करता है। ऑक्साइड और वातानुकूलित किस्मत और हर सदी आदि से निकलने वाली क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों से ओजोन नष्ट हो रही है।
ओजोन परत की मोटाई दुनिया भर में भिन्न होती है और आमतौर पर भूमध्य रेखा के पास पतली और ध्रुवों के पास मोटी होती है। शोध में पाया गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में ओजोन का स्तर अप्रैल और मई के वसंत महीनों में सबसे अधिक और अक्टूबर में सबसे कम होता है।
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