Nightshade Vegetables List in Hindi: हरी सब्जियों में पाया जाने वाला पोषण हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। लेकिन क्या आपने कभी नाइटशेड वेजिटेबल्स के बारे में सुना है? दरअसल कुछ मिथकों के कारण नाइटशेड सब्जियां थोड़ी बदनाम होती हैं। ऐसा दावा किया जाता है कि इन्हें खाने से गठिया जैसी समस्या बढ़ सकती है। हालांकि, ऐसे दावों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि नाइटशेड वेजिटेबल्स क्या हैं और इनसे जुड़े जोखिम क्या हैं।

नाइटशेड वेजिटेबल्स क्या हैं
हरी सब्जियों जैसे टमाटर, बैगन, शिमला मिर्च और आलू की गिनती नाइटशेड सब्जियों में की जाती है। इन सभी सब्जियों में एल्कलॉइड नामक तत्व होता है। एल्कलॉइड एक यौगिक है जिसमें नाइट्रोजन होता है और यह पौधों की पत्तियों, तनों और खाने योग्य भागों में पाया जाता है।
Nightshade Vegetables List in Hindi
- टमाटर
- आलू (शकरकंद शामिल नहीं है)
- शिमला मिर्च
- लाल मिर्च
- अश्वगंधा
- केप करौदा या पिसी हुई चेरी
- काली मिर्च के गुच्छे
- मिर्च पाउडर
- कोकोना – Cocona
- करी पाउडर
- करी मसाला पाउडर
- बैंगन
- गरम मसाला मसाला – क्योंकि इसमें मिर्च होती है
- गार्डन हकलबेरी (नियमित हकलबेरी से अलग)
- गोजी जामुन – Goji Berries
- हॉट सौस
- कुत्जेरा – Kutjera
- मिश्रित मसाले – क्योंकि उनमें मिर्च होती है
- Naranjillas
- लाल शिमला मिर्च मसाला
- पेपिनोस
- मिर्च (बेल मिर्च, मीठी मिर्च, मिर्च मिर्च, जलेपीनोस सहित)
- पिमेंटोस – Pimentos
- रेड पेपर फ्लेक्स -Red Pepper Flakes
- स्टेक मसाला
नाइटशेड सब्जियों के क्या फायदे हैं
विशेषज्ञों का कहना है कि नाइटशेड सब्जियों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मददगार माने जाते हैं। बैंगन के बैंगनी रंग में एंथोसायनिन नाम का एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है।
इसी तरह टमाटर में भी लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो कई तरह के हृदय रोगों और कई तरह के कैंसर के खतरे को कम करने के लिए जाना जाता है। नाइटशेड सब्जियों में कई तरह के मिनरल और विटामिन भी पाए जाते हैं, जिनकी हमारे शरीर को लगातार जरूरत होती है। शिमला मिर्च हमारे शरीर में विटामिन-सी की कमी को पूरा कर सकती है।
नाइटशेड वेजिटेबल्स से क्या नुकसान है
नाइटशेड सब्जियों को लेकर यह भ्रांति है कि इनमें मौजूद जहरीले तत्व हमारे शरीर के लिए नुकसान पहुँच सकते हैं। लेकिन सच्चाई कुछ और है। आलू में पाया जाने वाला अल्कलॉइड सोलेनिन होता है, जो प्रकाश के संपर्क में आने पर हरा हो जाता है। यह वास्तव में विषैला होता है जिसे तुरंत अलग करना बेहतर होता है। इस तरह का आलू खाने से आपको जी मिचलाना, डायरिया, बुखार या सिरदर्द जैसी समस्या हो सकती है।
इसके अलावा किसी भी अन्य नाइटशेड सब्जियों में कई जहरीले पदार्थ नहीं होते हैं और न ही ये हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। बैंगन, टमाटर या अन्य सब्जियों में अल्कलॉइड कम से कम मात्रा में हो सकते हैं जो हमारे शरीर के लिए बिल्कुल भी हानिकारक नहीं हैं, जब तक कि आप इनका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करते हैं।
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