दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है: दुनिया की आबादी 770 करोड़ से ज्यादा है, जिसमें ज्यादातर लोग किसी न किसी धर्म को मानते हैं। इनमें ईसाइयों, मुसलमानों और हिंदुओं की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है। अधिकतर ऐसे धर्म हैं जिनकी जनसंख्या विश्व में सबसे कम है। केवल कुछ मुख्य धर्मों की दुनिया में सबसे बड़ी आबादी है।

हमने आपके लिए दुनिया के टॉप 10 धर्मों की सूची बनाई है। आइए हम यह स्पष्ट करें कि हमारे लिए सभी धर्म समान और सम्माननीय हैं। यहां हम उन धर्मों को रख रहे हैं जिनकी आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है।
दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है
जनसंख्या के हिसाब से ईसाई धर्म दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है। दुनिया में ईसाई धर्म की आबादी 240 करोड़ से भी ज्यादा है। ईसाई धर्म एक इब्राहीमी धर्म है, जो प्राचीन यहूदी परंपरा से निकला है।
ईसाई परंपरा के अनुसार इसकी उत्पत्ति पहली शताब्दी ईस्वी में फिलिस्तीन में हुई, जिसके अनुयायी ‘ईसाई’ कहलाते हैं। यह धर्म ईसा मसीह की शिक्षाओं पर आधारित है। ईसाईयों में मुख्यतः तीन पंथ हैं कैथोलिक, प्रोटेस्टेंट और ऑर्थोडॉक्स।
कैथोलिक धर्म में पोप को सर्वोच्च धार्मिक नेता माना जाता है। रूढ़िवादी रोम के पोप में विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन वे अपने संबंधित राष्ट्रीय धार्मिक आदेश के कुलपति में विश्वास करते हैं और पारंपरिक हैं। प्रोटेस्टेंट किसी पोप में विश्वास नहीं करते हैं और इसके बजाय पवित्र बाइबिल में पूर्ण विश्वास रखते हैं।
विश्व के 10 सबसे बड़े धर्म
1. ईसाई धर्म (Christianity)
दुनिया में ईसाई धर्म मानने वालों की संख्या 2.4 अरब से भी ज्यादा है। यह दुनिया की आबादी का 31.5 फीसदी है। इसलिए ईसाई धर्म की आबादी दुनिया में सबसे पहले आती है। इस धर्म की शुरुआत 2000 साल पहले हुई थी।
उनकी धार्मिक पुस्तक बाइबिल है। ईसाइयों के धार्मिक स्थलों को चर्च कहा जाता है। ईसाई त्रित्ववादी हैं, और वे परमेश्वर को तीन पहलुओं में समझते हैं – परमेश्वर पिता, उसका पुत्र यीशु मसीह और पवित्र आत्मा।
2. इस्लाम धर्म (Islam)
इस्लाम, एक एकेश्वरवादी धर्म, 7 वीं शताब्दी में अरब प्रायद्वीप में उत्पन्न हुआ था। इस्लामी परंपरा के अनुसार, यह कुरान की शिक्षाओं पर आधारित है, जो अल्लाह के अंतिम पैगंबर मुहम्मद द्वारा मनुष्यों को दी गई प्रकट पुस्तक है।
इस्लाम में सुन्नी, शिया, सूफी और अहमदिया समुदाय प्रमुख हैं। इस्लाम धर्म के धार्मिक स्थलों को मस्जिद कहा जाता है।
अनुयायियों की कुल जनसंख्या के हिसाब से इस्लाम दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। आज दुनिया में 190 करोड़ से ज्यादा मुसलमान हैं। इनमें से लगभग 85% सुन्नी हैं और लगभग 15% शिया हैं।
वर्तमान में विश्व में 57 मुस्लिम देश हैं जिनमें मुस्लिम विचारधारा को महत्व दिया गया है। दुनिया के अन्य सभी धर्मों की तुलना में मुस्लिम धर्म की जनसंख्या सबसे तेज गति से बढ़ रही है।
3. हिंदू धर्म (Hinduism)
तीसरे नंबर पर हमारा देश भारत आता है जिसमें 140 करोड़ में से 100 करोड़ से ज्यादा आबादी हिंदू है। हिंदू धर्म भी भारत का एक धर्म और जीवन पद्धति है, जिसके अनुयायी ज्यादातर भारत, नेपाल और मॉरीशस में रहते हैं। इसे दुनिया का सबसे पुराना धर्म माना जाता है।
इसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म’ भी कहा जाता है जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले की है। विद्वान हिंदू धर्म को भारत की विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का मिश्रण मानते हैं, जिसका कोई संस्थापक नहीं है।
यह धर्म अपने भीतर कई अलग-अलग पूजा पद्धतियों, विश्वासों, संप्रदायों और दर्शनों को समेटे हुए है। अनुयायियों की संख्या के आधार पर यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है।
4. चीनी पारंपरिक धर्म (Chinese Traditional Religion)
चौथे नंबर पर चीन का पारंपरिक धर्म आता है। चीन के पारंपरिक धर्म बौद्ध और ताओवाद को मानने वाले 400 मिलियन से अधिक लोग हैं। चीन में बौद्ध धर्म एकमात्र विदेशी धर्म है जिसकी चीन में सबसे अधिक स्वीकृति है।
दूसरी शताब्दी में चीनी पारंपरिक धर्म चीन में आया। आज, चीन के कई हिस्सों में पारंपरिक धर्म एक महत्वपूर्ण शक्ति है। ग्रामीण चीन में इसका विशेष प्रभाव है। चीनी पारंपरिक धर्म बौद्ध धर्म, ताओ और कन्फ्यूशीवाद के एकीकरण के लिए भी जाना जाता है।
5. बौद्ध धर्म (Buddhism)
बौद्ध धर्म ज्ञान का धर्म है जो भारत से निकला है। बौद्ध धर्म दुनिया का 5वां सबसे बड़ा धर्म है। भारत में बौद्ध धर्म की शुरुआत 2500 साल पहले हुई थी। इस धर्म में अहिंसा को अधिक महत्व दिया गया है और इसमें अनुयायी भगवान गौतम बुद्ध को मानते हैं। इस धर्म को मानने वालों की संख्या 40 करोड़ से भी ज्यादा है।
6. अफ्रीकी पारंपरिक धर्म (African Traditional Religion)
अफ्रीकी पारंपरिक धर्म को मनाने वालों की संख्या लगभग 400 मिलियन है। यह दुनिया की आबादी का 5.6% है। अफ्रीकी पारंपरिक धर्म, यह अफ्रीकी लोगों की पारंपरिक मान्यताओं और प्रथाओं से बना है।
परंपराएं शास्त्रों के बजाय मौखिक हैं, और लोक कथाओं, गीतों के माध्यम से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पारित की जाती हैं।
7. सिख धर्म (Sikhism)
जनसंख्या के मामले में सिख धर्म 7वें नंबर पर आता है। दुनिया में 23 मिलियन से अधिक सिखों की आबादी है, जिनमें से अधिकांश भारत में रहते हैं। भारत के अलावा कनाडा, अमेरिका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी सिख समुदाय बड़ी संख्या में मौजूद है।
सिख धर्म, जिसकी शुरुआत गुरु नानक देव जी ने 15वीं शताब्दी में की थी। सिखों के धार्मिक ग्रंथ श्री आदि ग्रंथ साहिब या श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी और दसम ग्रंथ हैं। सिख धर्म में उनके धार्मिक स्थान को गुरुद्वारा कहा जाता है।
8. यहूदी धर्म (Judaism)
यहूदी धर्म दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक है, और इसे दुनिया का पहला एकेश्वरवादी धर्म माना जाता है। इज़राइल और हिब्रू बोलने वालों का राजकीय धर्म है। यहूदियों के धार्मिक स्थान को मंदिर और प्रार्थना के स्थान को सिनेगॉग कहा जाता है।
यह परंपरा और विचारधारा ईसाई धर्म और इस्लाम का आधार है। इसलिए इसे अब्राहमिक धर्म भी कहा जाता है। दुनिया में इस धर्म की आबादी 1.4 करोड़ से भी ज्यादा है।
9. जैन धर्म (Jainism)
दुनिया में जैन धर्म को मानने वालों की आबादी 42 लाख है। उनमें से ज्यादातर भारत में रहते हैं। यह धर्म भी बहुत पुराना माना जाता है, जिसमें अहिंसा-कर्म-एकनिष्ठा के इन तीन सिद्धांतों को महत्व दिया जाता है।
10. शिंतो धर्म (Shintoism)
शिंतो धर्म जापान का मूल धर्म है। एक जमाने में यह जापान का राजकीय धर्म हुआ करता था। इसे मानने वालों की संख्या 40 लाख से भी ज्यादा है।
हमें उम्मीद है कि इस टॉप 10 लिस्ट में दुनिया का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है और इसे कितने लोग मानते हैं, आपको पता चल गया होगा।
हमारा मानना है कि दुनिया का सबसे अच्छा धर्म इंसानियत है, जिसका हमें सबसे पहले पालन करना चाहिए। वर्तमान सूची धर्मों के अनुयायियों की संख्या के आधार पर बनाई गई है और हमारे लिए कोई भी धर्म बड़ा या छोटा नहीं है।