Covaxin Kisne Banaya: विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिका ने हैदराबाद स्थित कंपनी भारत बायोटेक के स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन को मंजूरी दे दी है। इसके बाद इसे लगाने वालों के लिए विदेश जाना आसान हो गया है। वहां उनका टीकाकरण माना जाएगा। Covaxin पूरी तरह से देश में निर्मित किया गया था। बहुत ही कम समय में इसका आविष्कार हो गया और इसका उत्पादन शुरू हो गया। अब WHO के इस कदम से विश्व स्तर पर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस लेख में आप कोवैक्सिन किसने बनाया यह जानेंगे।

कोवैक्सिन किसने बनाया
कोवैक्सिन भारत बायोटेक वैक्सीन डेवलॉप टीम ने बनाया है, जिसमें देश के दो सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों डॉ. कृष्णा एला और डॉ. सुमति शामिल है। डॉ. एला, जो आणविक जीव विज्ञान में शोध वैज्ञानिक थे, जिन्होंने भारत बायोटेक की स्थापना की और कोविड 19 के खिलाफ पहली भारतीय वैक्सीन बनाने वाली कंपनी है।
डॉ कृष्णा एला ने विस्कॉन्सिन मैडिसन विश्वविद्यालय और मनोआ में हवाई विश्वविद्यालय में अध्ययन किया है, साथ ही साथ दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया के मेडिकल विश्वविद्यालय में भी काम किया है। 1996 में, एला ने अपनी कंपनी शुरू की, जिसमें अब हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं। कोवैक्सिन से पहले उनकी कंपनी भारत बायोटेक चिकनगुनिया, जीका, रोटावायरस, रेबीज, जापानी इंसेफेलाइटिस और एच1एन1 के खिलाफ भी टीके बना चुकी है।

डॉ. एला और डॉ. सुमति के अलावा डॉ. एला के बेटे डॉ. रचेज़ ने भी कोरोना वैक्सीन विकसित करने वाली टीम में अहम भूमिका निभाई। रैचेस ने कोवैक्सिन की सुरक्षा और प्रतिरोध पर एक शोध पत्र भी लिखा है। रैचेज़, जिन्होंने पहले कुछ टीकों के लिए डेटा विश्लेषण और सहयोगी तैयारी की थी, भारत बायोटेक में वैक्सीन प्रोजेक्ट लीड और बिजनेस डेवलपमेंट के प्रमुख हैं।
रैचेस जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल में जन स्वास्थ्य विभाग में पीडी फेलो हैं। Covaxin को Bharat Biotech की बायो कंटेनमेंट फैसिलिटी में विकसित किया गया था। 140 वैश्विक पेटेंट अपने नाम करने वाली यह कंपनी 16 टीकों को अपने उत्पाद के रूप में गिनती है।
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