भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती है 2023: क्या आप जानते हैं की भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती है? अगर आप नहीं जानते तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारा देश भारत अनेकता में एकता के लिए जाना जाता है। इसके अलावा भारत अपनी विविधता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। जैसे भारत में अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं, वैसे ही यहां कई भाषाएं बोली जाती हैं।

उदाहरण के लिए, हिंदी भाषा मुख्य रूप से उत्तर और मध्य भारत में बोली जाती है। जबकि दक्षिण भारत की प्रमुख भाषाएं कन्नड़, तेलुगु और तमिल हैं। पश्चिम में गुजराती, राजस्थानी, पंजाबी और हरियाणवी भाषाएं बोली जा सकती हैं। पूर्वी भारत की बात करें तो यहां इनकी अपनी अलग भाषा है, कुल मिलाकर भारत कई भाषाओं का देश है।
भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती है
सेन्सस रिपोर्ट अनुसार और कई मीडिया रिपोर्ट अनुसार, भारत में कुल 1721 से अधिक भाषाएं बोली जाती है। इसमें 122 प्रमुख भाषाएँ और 1599 अन्य भाषाएँ और बोली शामिल हैं। हालांकि, अन्य स्रोतों के आंकड़े मुख्यतः भाषा और बोली शब्दों की परिभाषा में अंतर के कारण अलग-अलग होते हैं।
2001 की जनगणना में 30 भाषाओं को दर्ज किया गया था जो दस लाख से अधिक देशी वक्ताओं द्वारा बोली जाती थीं और 122 जो 10,000 से अधिक लोगों द्वारा बोली जाती थीं। हिंदी और अंग्रेजी केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषाएं हैं, इसलिए आपको सभी सरकारी काम में मुख्य तौर पर हिंदी और अंग्रेजी भाषा का प्रयोग दिखता हैं।
हालांकि, राज्य सरकार की अपनी अलग भाषा हो सकती है, जैसे कि आप दक्षिण भारत में जाते हैं, वहां आपको कन्नड़, मलयालम, तेलुगु या तमिल देखने को मिलेगी। भारत में 22 भाषाओं को संवैधानिक रूप से राजभाषा का दर्जा दिया गया है, जिनके नाम इस प्रकार हैं।
हिन्दी | कन्नड़ |
असमिया | कोंकणी |
ओड़िया | बंगाली |
डोगरी | पंजाबी |
उर्दू | बोड़ो |
कश्मीरी | नेपाली |
गुजराती | मराठी |
तमिल | मलयालम |
मणिपुरी | मैथिली |
संस्कृत | संथाली |
सिन्धी | तेलुगू |
आपको बता दें कि देश की करीब 90 फीसदी आबादी उपरोक्त 22 भाषाएं बोलती और समझती है। हालांकि इनका क्षेत्र अलग है, इन भाषाओं को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची के तहत सूचीबद्ध किया गया है और इन्हें राजभाषा का नाम दिया गया है।
भारत की राष्ट्रभाषा कौन सी है
वर्तमान में, भारत की कोई भी राष्ट्रभाषा नहीं है। भारत में कई भाषाएं बोली जाती हैं, ऐसे में किसी एक भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने में काफी मुश्किलें आ सकती हैं। इंग्लैंड और अमेरिका जैसे देशों की राष्ट्रीय भाषा अंग्रेजी है क्योंकि उन देशों के अधिकांश लोग अंग्रेजी बोलते और समझते हैं।
भारत देश के स्वतंत्रता से ही हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने का प्रयास किया गया है, लेकिन यह पेंच हिन्दी अंग्रेजी भाषा में फँसने से विवाद का हिस्सा बन गया। हालाँकि, भारत में लगभग 40 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते और समझते हैं। इसके अलावा यह देश की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है लेकिन फिर भी इसे राष्ट्रभाषा नहीं बनाया गया है।
ऐसा नहीं है कि इसे आजमाया नहीं गया है, हिंदी को देश की राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कई बार पहल की गई है, लेकिन इसका विरोध देखा जाता है और दक्षिण भारत के लोगों का सबसे अधिक विरोध होता है क्योंकि उन्हें लगता है कि हिंदी को उन पर जबरन थोपा जा रहा है।
तो अब आपको पता चल ही गया होगा कि भारत में कुल कितनी भाषा बोली जाती है और भारत की राष्ट्रभाषा कौन सी है। वर्तमान में भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है, हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने की पहल की गई है, लेकिन इसके विरोध के कारण इसे राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिल पाया है। हालाँकि, हिंदी और अंग्रेजी को भारत सरकार से आधिकारिक भाषाओं का दर्जा मिला है।
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